जय सियाराम !
मै कौन हूँ , इस खोज में निकल पड़ा हूँ |अपने कर्तव्यो को ढूढने के लिए आप तक पहुचा हूँ |मै खुद को आपसे परिचय कराना चाहता हूँ | मै आपके सुझाव का पालन करना चाहता हूँ| हाँ हाँ , मै गुरु गम्य सनातन संदेश को सब तक पहुचाना चाहता हूँ | मै भी एक सनातन सेवक बनना चाहता हूँ |
इस सन्दर्भ में हमने इस ऑनलाइन प्लेटफार्म की शुरुआत करी है|अयोध्या जी की की परिभाषा संस्कृत रामायण के प्रसिद्ध रचयिता जो आदिकवि के रूप में प्रसिद्ध महर्षि वाल्मीकि जी ने की है |
इस प्लेटफार्म के माध्यम से आपको भारतीय संस्कृति , परम्परा ,धर्म ,ज्ञान, नीति ,उपदेश ,पुराण, कथाये,ऋषि , आयुर्वेद विज्ञान, स्तुति ,चालीसा,आरती,अष्टकम ,भगवद्गीता , रामायण व् अन्य धार्मिक ग्रंथो से आपको अवगत करायेंगे |इसके साथ भारत की गौरान्वित संस्कृति , इतिहास और भारतीय मन्दिर , पवित्र तीर्थस्थल , धर्म नगरी , ज्योर्तिलिंग ,धर्म गुरु व् अन्य धार्मिक तथ्यों से आप परिचित होंगे |अयोध्या का शाब्दिक अर्थ है, ‘जिसके साथ युद्ध करना असंभव हो अर्थात जिस पर कभी विजय प्राप्त न किया जा सके |अयोध्या यह वही पुण्य भूमि है जहा हम सबके आराध्य राजा ,वनवासी राम ,मर्यादित राम , जग पालक, जन नायक राम , लंका विन्ध्वस्क राम जी का जन्म हुआ | महोत्सव एक संकृत का शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है त्यौहार (A great festival) | अर्थात हम भगवान राम जी की जन्मभूमि से यह उत्सव का कार्य आरम्भ करके आप तक सनातन उत्सव व खुशियों को पहुचाने का कार्य करते रहेंगे |
Meaning of Ayodhya Mahotsav , We have started our journey from the birth place of Bhagvan Shri Ram , will connect the whole world to celebrate the festival of sanatan and spread their message and happiness to each and every Jiva.as we Sanatani follow the concept “The World Is One Family” वसुधैव कुटुम्बकम् |
आदौ राम तपोवनादि गमनं, हत्वा मृगं कांचनम्।
वैदीहीहरणं जटायुमरणं, सुग्रीवसंभाषणम्।।
बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं, लंकापुरीदाहनम्।
पश्चाद् रावण कुम्भकर्ण हननम्, एतद्धि रामायणम्।।
यह प्लेटफार्म आने वाले समय में कम्युनिटी मैनेजमेंट (ओपन प्लेटफार्म ) की तरह रहेगा |जिसमे धार्मिक व्यक्ति ,गुरु परम्परा , धार्मिक परम्परा का संवाहक, मन्दिर संचालक व सेवक , हिन्दू धर्म स्कॉलर, गुरुकुल ,विद्यार्थी अपनी सहभागिता के माध्यम से लोगो को सनातन संदेश से जोड़ने का कार्य करेंगे |
संदेश :
मै एक सेवक
जय सियाराम !